अरशद अली की पुस्तक 'डियर जिंदगी' का विमोचन

30 Aug 2024 15:07:23
Dear Zindagi
 (Image Source : Internet)
 
नागपुर :
मीरा रोड के इंदिरा गांधी अस्पताल स्थित बिरूंगला केंद्र में अरशद अली की सद्य प्रकाशित कृति 'डियर जिंदगी' (Dear Zindagi) का विमोचन समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया। इस अवसर पर अरशद अली ने अपनी पुस्तक के माध्यम से जीवन के संघर्ष और बदलाव की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, "जब तक संघर्ष है तभी तक जीवन है, जिस दिन संघर्ष समाप्त हो जाता है, जीवन अपना महत्व खो देता है।"
 
अरशद अली की यह प्रेरक पुस्तक मुंबई के आर के पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित की गई है। 'डियर जिंदगी' पुस्तक पाठकों को आत्म सुधार और समावेशी संस्कृति की दिशा में प्रेरित करती है। अली का मानना है कि केवल बाहरी परिवर्तनों से समस्याएं समाप्त नहीं होतीं; असली परिवर्तन तब आता है जब हम स्वयं को बदलते हैं। उनका इशारा रुढ़िवादिता को छोड़कर प्रगतिशीलता को अपनाने की ओर है। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा, और प्रेम के बिना किसी भी सच्चे धार्मिकता की प्राप्ति असंभव है। इन गुणों के समकोण त्रिभुज को बनाकर ही हम एक बेहतर समाज और देश की स्थापना कर सकते हैं।
 
अरशद अली ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे मध्य प्रदेश के ग्रामीण अंचल से मुंबई के महानगर की चकाचौंध जिंदगी में आए हैं। उन्होंने अपने क्षेत्रीय संस्कृति और धार्मिक विविधता की सराहना की, जहां हिंदू और मुसलमान मिलकर ईद और दिवाली मनाते हैं। इस सांस्कृतिक समन्वय को बनाए रखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उनकी पुस्तक के केंद्र में है।
 
समारोह के दौरान, बिरूंगला केंद्र के भरे हुए सभागार ने अरशद अली की लोकप्रियता और उनकी पुस्तक के प्रति लोगों के उत्साह को दर्शाया। इस अवसर पर लेखक और कवि हृदयेश मयंक, भारत राउत, रामकुमार, एजाज खतीब, और हरिप्रसाद राय ने अपने विचार रखे और अरशद अली को उनकी पुस्तक के लिए बधाई दी। हृदयेश मयंक ने बताया कि बिरूंगला केंद्र साहित्य, कला, संगीत और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए खुला है और इसका संचालन डॉ मंशा मिश्रा ने किया।
 
अरशद अली ने कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए सभी का धन्यवाद किया और भविष्य में और भी प्रेरक कृतियों की ओर इशारा किया। इस प्रकार, 'डियर जिंदगी' की सफलता ने न केवल अरशद अली की लेखनी की ताकत को दिखाया, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता को भी उजागर किया।
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