देश में हर गली में बप्पा को उस गली के राजा-महराजा के नाम से संबोधित करना आम है। आइये जानते है नागपुर शहर के श्री जय गणेश उत्सव मंडल द्वारा प्रस्तुत 'सदर के महाराजा' के बारें में।
बप्पा को मंडल द्वारा हर वर्ष रॉयल लुक दिया जाता है। इसलिए भी उन्हें 'सदर का महाराजा' कहा जाता है।
मंडल द्वारा बप्पा की स्थापना 1965 में की गई थी यानि सदर के महाराजा को अब पुरे 57 वर्ष और देश की आजादी को 75 वर्ष हो चुके है।
जहां पुरे देश में आजादी के अमृत महोत्सव की धूम है वहीं मंडल ने भी इस बार बप्पा की स्थापना इसी तर्ज पर की है।
बप्पा को जहां स्थापित किया गया है वहीँ बैकग्राउंड को आजादी के अमृत महोत्स्व के प्रारूप में सजाया गया है।
मंडल का कहना है यह थीम उन्होंने 'हर घर तिरंगा' से प्रेरणा लेकर रखी है।
मंडल ने अपील की है कि सभी के दिलों में देशभक्ति होनी चाहिए और हमने लोगों के दिलों में यही भावना को जागरूक करने के लिए इस थीम को प्राथमिकता दी है।